कोरोना को लेकर क्या है भारत की तैयारी, कितने अस्पताल, बेड और वेंटीलेटर हैं?

कोरोना को लेकर क्या है भारत की तैयारी, कितने अस्पताल, बेड और वेंटीलेटर हैं?

रोहित पाल

कोरोना का कहर पूरी दुनिया बरप रहा है और लगातार मामले बढ़ते जा रहे हैं। भारत में भी दिन-प्रतिदिन नए मामलों में बढ़ोतरी हो रही है। अगर भारत में आज के आंकड़ों की बात करें तो कोरोना वायरस के कुल एक्टिव पीड़ितों की संख्या 11201 पहुंच चुकी है। भारत में मौजूद विदेशी मरीजों की संख्‍या 76 है। एक्‍ट‍िव पीड़‍ितों में विदेशी मरीज भी शामिल हैं। अभी तक 1748 मरीज पूरी तरह ठीक हो चुके हैं। आंकड़ों के मुताबिक इस संक्रमण से 437 लोगों की मौत हुई है। एक माइग्रेटेड मरीज को मिलाकर देश में कोरोना के कुल कन्‍‍‍‍‍फर्म 13387 मामले हैं।

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लेकिन भारत में बढ़ते मरीजों की संख्या को देखते हुए एक सवाल है कि भारत सरकार ने कोविड-19 से लड़ने की कितनी तयारी की है। जानकारी के अनुसार भारत सरकार ने यहां कोविड-19 के आते ही इससे लड़ने व निपटने की तयारी शरू कर दी थी। वहीं इस समय कोविड-19 को हराने के लिए की गयी तैयारी  पर नजर डालें तो भारत में कोरोना के मरीजों के लिए 105980 बेड हैं और हर राज्य में कोरोना के लिए खास तौर पर अस्पताल तैयार कर लिए गए हैं।

सूत्रों के अनुसार मिली जानकारी के अनुसार, 29 मार्च को भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के लिए 41974 बेड की व्यवस्था थी। इसके बाद कुछ दिन बाद 12 अप्रैल तक 105980 बेड की व्यवस्था कर दी गयी थी।

इसके अलावा भारत सरकार ने राज्य सरकारों से कोविड-19 के लिए एक अलग अस्पताल बनाने के लिए कहा है। हर राज्य को ऐसे अस्पतालों की वयवस्था करनी है जहां सिर्फ कोरोना के मरीजों का ही इलाज किया जाएगा। इसी प्रकार दिल्ली में लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल में 2000 बेड की व्यवस्था की गई है और इस अस्पताल में फिलहाल सिर्फ कोरोना संक्रमित मरीजों को ही इलाज मुहैया कराया जाएगा।

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ऐसे ही दिल्ली के एम्स अस्पताल में ढाई सौ बेड की व्यवस्था की गयी है। इसके अलावा 50 आईसीयू बेड और 70 वेंटीलेटर्स की व्यवस्था की गई है। वहीं सफदरजंग में चार सौ बेड और सौ आईसीयू बेड तैयार कर लिए गए हैं। साथ ही देश की अलग-अलग जगहों पर सेना के 51 अस्पतालों को कोविड-19 के लिए तैयार किया गया है।

वहीं मिलिट्री हॉस्पिटल में 9000 बेड कोविड-19 के लिए अलग से रखे गए। रेलवे ने भी अपने 20000 ट्रेन कोच में कोरोना से लड़ने के लिए खास इंतजाम किए हैं, जैसे कि कोच में मरीजों के लिए बेड, आइसोलेशन वार्ड और आईसीयू जैसी व्यवस्था की गई है। ये ट्रैन कोच देश के अलग अलग हिस्सों में मौजूद हैं। फर्स्ट स्टेप में 5000 ट्रेन के डिब्बों को तैयार किया गया।

इसके अलावा पीएसयू द्वारा भी उनके अस्पतालों में कोरोना से लड़ने के लिए बेड की उपलब्धता कराई गई है। डिफेंस पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग और ऑर्डिनेंस फैक्ट्री की तरफ से 280 आइसोलेशन बेड 10 अस्पतालों में बनाए गए हैं। साथ ही बेंगलुरु में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड की तरफ से आइसोलेशन फैसिलिटी आईसीयू और 90 बेड का एक वार्ड बनाया गया है।

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इस समय कुल 14 हजार वेंटीलेटर्स मौजूद हैं। इसके अलावा भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड को 30 हजार वेंटीलेटर बनाने के लिए कहा गया है। इसके अलावा यूपी के नोएडा में मौजूद अगवा हेल्थ केयर को 10 हजार वेंटिलेटर बनाने का ठेका दिया गया है। जिसकी डिलीवरी भी शुरू हो चुकी है। साथ ही ऑटोमोबाइल कंपनी को भी वेंटिलेटर बनने के लिए कहा गया है।

 

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